राजगढ़ बैशाखी मेला-2017

फागू : जिला सिरमौर के राजगढ़ बैशाखी मेला-2017 की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में राजगढ़ तहसीलदार कपिल तोमर ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की | मुख्यातिथि को हिमाचली
टोपी, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया । जिला स्तरीय मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या भी अपना रंग नहीं जमा पाई और दूरदराज से आये लोगो को निराश होना पड़ा | पुरे कार्यक्रम में प्रसिद्ध कलाकारों में से कोइ भी अपनी विशेष छाप नहीं छोड़ सका | हालांकी मुख्य पहाड़ी पूर्ण शिवा ने अपनी गायकी से लोगो का मनोरंजन करने का भरपूर प्रयास किया लेकिन जब तक उन्होंने लगभग 9 .30 बजे के बाद स्टेज संभाला लोग उठकर जाने लग गये थे | उन्होंने सबसे पहले शिरगुल महिमा गुरु गोविन्दो रे पाव्टा साहिबा माई रेणुका रे ताला चुडे रे देवा शिरगला सिरमौरे तेरे आसरे चला ,उसके बाद उन्होंने बड़ी दूर से आये है प्यार का तोफा लाये है इसके पश्चात पूर्ण शिवा ने पहाड़ी नाटी ,पंजाबी सहित हिंदी फिल्मो के कई गाने गाये | मुख्य कलाकारो में से विनोद रांटा ने कम समय के बाबजूद पहाड़ी नाटी धारो पांदे लागो कुपटू मामा ,धारो आया बंजारा बेश्ना मेरी हमकुऐ,खिन्द्टा माथिये तेरे देना की ना ,घन्टी बाजो फ़ोनों रे तेरी ब्ब्लीय नाटी गाकर लोगो का मनोरंजन किया | स्थानीय कलाकारों
में दीपक चौहान , सुरेंदर शर्मा ,हिमांशी तंवर ,रीना ठाकुर ,किरण कश्यप ,हेरी ,सहित कई अन्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुती पेश की | स्थानीय कलाकारों ने मीडिया को अपनी बात कहते हुए बताया की जब भी वह अपनी परफोर्मेंस देते है तो अचानक ही औरकेसटरा ,और म्यूजिक सिस्टम खराब होने लग जाता है जो भी स्थानीय कलाकार गाने जाते है उनकी आवाज लोगो तक साफ सुनाई नहीं देती जबकि स्टार कलाकारों के लिय उपरोक्त दोनों सिस्टम अचानक से ठीक हो जाते है | स्थानीय कलाकारों ने औरकेसटरा ,और म्यूजिक सिस्टम पर भेदभाव करने के आरोप भी लगाये है

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